
रहस्यमय कहानी-वो बिजली खाता है
रहस्य रोमांच सस्पेंस और हैरत में डाल देने वाली विश्व की ऐसी सत्य घटना है जो आज भी रहस्य की धुन में दफन है।आश्चर्यजनक तथ्य जो अभी तक सिर्फ रहस्य है।
आप इस बात पर विश्वास करें या न करें किंतु सच तो यही है कि उत्तरप्रदेश के ललितपुर जिले के एक पुजारी को इलेक्ट्रिक शॉक (बिजली का झटका) लेने की एक अजीबोगरीब लत लग गई है। ललितपुर जिले के बामहोरिसर गांव के रामजानकी मंदिर के पुजारी बाबा मंगलदास को इलेक्ट्रिक शॉक लिए बिना नींद नहीं आती है। पुजारी जी पिछले तीन साल से इस लत के शिकार हैं तथा उनका दावा है कि इलेक्ट्रिक शॉक ने उन पर कभी कोई प्रतिकूल असर नहीं डाला।
बाबा मंगलदास बताते हैं, “रात को सोते समय मैं बिजली का एक तार लेकर उसको प्लग में लगा देता हूं तथा उसका दूसरा छोर अपने मुंह-कानों या बांह के नीचे दबाकर सो जाता हूं। ऐसा करने पर मुझे नींद अच्छी आती है। यदि किसी रात मुझे इलेक्ट्रिक शॉक नहीं मिले तो मैं बेचैन हो जाता हूं।”
कहा जाता है कि यह 52 वर्षीय पुजारी अफीम, चरस एवं गांजे का भी शौकीन रहा है। कुछ समय पूर्व उसे एक इलेक्ट्रिफाइड आयरन रॉड को छूने से अचानक बिजली का झटका लगा और उसके बाद से इलेक्ट्रिक शॉक लेना उसकी रोज की आदत में शुमार हो गया। मंगलदास को किचन हीटर की कॉइल से इलेक्ट्रिक शॉक लेना काफी पसंद है। वह रॉड का एक सिरा प्लग में लगा देता है तथा दूसरा सिरा अपने मुंह में दबा लेता है।
बाबा बताते हैं, “शुरू में वह चरस-गांजे का सेवन करता था, किंतु धीरे-धीरे उनसे नशा कम होने लगा तो मैंने अपनी ललक को शांत करने के लिए इलेक्ट्रिक शॉक लेना शुरू कर दिया।”
गांव वाले शुरू में तो मंगलदास की इस लत से हतप्रभ थे, किंतु अब वे बाबा को इलेक्ट्रिक शॉक लेते देखने का मजा उठाने लगे हैं।
गांव के अजय उपाध्याय बताते हैं कि, “मैं उन्हें पिछले तीन सालों से इलेक्टिक शॉक से नशे की लत पूरी करते देख रहा हूं। वे कहते हैं कि इसके बिना वे नहीं रह सकते। अतः हम यह लत छोड़ने के लिए उन पर जोर भी नहीं डालते
बाबा मंगलदास की इस आदत की वजह से कुछ गांव वालों ने उन्हें ईश्वरीय शक्ति का भंडार मानकर उनको पूजना शुरू कर दिया है तथा बाबा का आशीर्वाद लेने के लिए लोगों की भीड़ भी जुटने लगी है। डॉक्टरों का कहना है कि यह इम्युनिटी (प्रतिरोधात्मकता) विकसित कर लेने का नतीजा है।
ललितपुर के सरकारी अस्पताल के डॉक्टर अमित चतुर्वेदी का कहना है, “मानवीय मनोविज्ञान ऐसा है कि यदि कोई व्यक्ति अपने नशे के लिए किसी चीज का इस्तेमाल लंबे समय तक करता है तो शरीर में उस चीज के प्रति इम्युनिटी विकसित हो जाती है। वह व्यक्ति चूंकि लंबे समय से इलेक्ट्रिक शॉक ले रहा है अत: उसके शरीर में इंस्युलेशन पावर विकसित हो गया है तथा यह चमत्कार कतई नहीं है।”