
पेट दर्द का इलाज-Pet dard ka gharelu ilaaj
पेट दर्द के कारण और लक्षण
प्रमखतया यहां आंतों का दर्द है।
आंतों में दर्द होता है तो रोगी बैचेन हो उठता है।
दर्द के कारण कभी-कभी बेहोश तक हो जाता है।
आंतों में दर्द दो कारणों से होता है-(1) आंतों की मांसपेशियों पर बहुत अधिक बोझ पड़ना (जैसे-अफारा में) तथा (2) आंतों की गति का अप्राकृतिक रूप से बहुत बढ़ जाना (जैसे-पेचिश में)।
भोजन की अधिकता, वायुविकार, कब्ज, आंतों में कैंसर, आमाशय की बीमारी आदि ऐसे कई कारण हैं जिनसे पेट में दर्द उत्पन्न होता है।
रोगी कराहने लगता है। चेहरे पर कभी-कभी नीलापन आ जाता है।
पूरा बदन पसीने से भींग, जाता है।
कैसे बचें पेट दर्द से
- हल्का एवं सुपाच्च भोजन करें।
- खाना नियत समय पर ही खायें। बासी भोजन तो बिल्कुल न करें।
- सुबह-शाम टहलें।
पेट दर्द का घरेलू उपचार
दो चम्मच मेथी को फांक कर पानी पी लें।
पीपल, सोंठ, अजवायन तथा सौंफ-सभी 5-5 ग्राम पीसकर चूर्ण बना लें इसमें दो चुटकी हींग मिलाकर रख लें इस मिश्रण में से एक चम्मच चूर्ण गुनगुने पानी के साथ खायें।
मुलहठी को सौंफ के साथ चूसने से पेट दर्द दूर हो जाता है।
जीरा, सोंठ, वच, भुनी हींग तथा काली मिर्च-सबको समभाग लेकर कूट पीसकर कपड़े से छान कर चूर्ण बना लें। इसमें से एक चम्मच चूर्ण गरम पानी के साथ सेवन करें।
दो चम्मच सौंफ चबाकर ऊपर से गरम पानी पी लें। दर्द खत्म हो जायेगा।
अदरख का रस व पांच से दस (लगभग एक चम्मच रस) तुलसी के पत्तों का रस औंटाकर पियें। इसे दिन में दो-तीन
बार सेवन करें।
काली मुसली और दालचीनी समभाग पीसकर 5 ग्राम चूर्ण पानी के साथ सेवन करें।
काली मिर्च, हींग, और सोंठ-तीनों को समभाग लेकर पीस लें। गरम पानी के साथ आधा चम्मच लेने पर पेट का दर्द ठीक हो जाता है।
पिसा धनिया व मिश्री समभाग मिलाकर रख लें। इसमें से एक चम्मच चूर्ण पानी के साथ सेवन करें।
एक चुटकी हींग एक गिलास पानी में इतना औटायें कि पानी का दसवां भाग शेष रह जाय। इस पानी को हल्का गर्म करके पिलायें।
लौंग का चूर्ण गरम पानी के साथ निगल लें।
अनार के दानों पर नमक व काली मिर्च डालकर खाने से पेट दर्द दूर होता है।
आम की गुठली को आग में भून कर, नमक मिलाकर खायें।
इमली का छिलका जला लें। इसमें से थोड़ा सा लेकर मधु के साथ चाटें।
एक चम्मच नींबू का रस तथा एक चम्मच अदरख का रस-दोनों को दो चम्मच शहद में मिलाकर चाटें। दर्द छूमंतर हो जायेगा।
अदरख व अजवायन नींबू के रस में डालें। इसे छाया में सुखाकर पीस लें और थोड़ा-सा नमक मिलाकर रख लें। दोनों समय एक-एक ग्राम चूर्ण पानी के साथ सेवन करें। पेट दर्द -दूर हो जायेगा।
मूली के रस में नमक डाल कर पीने से पेट दर्द ठीक हो जाता है।
अजवायन पिसी हुई 100 ग्राम, काला नमक पिसा 25 ग्राम-दोनों को कूट पीसकर कपड़े से छान कर चूर्ण बना लें। इस चूर्ण में से 1 चम्मच गर्म जल के साथ लेने पर पेट दर्द दूर हो जाता है।
पेट दर्द का अन्य उपचार
पेट या पेड़ पर पीली मिट्टी की पट्टी बांधे।
हींग को पानी में घोलकर नाभि तथा इसके आसपास मलें।
एक बोतल में गरम पानी भरकर उसी बोतल से पेट की सेंक करने से पेट दर्द में आराम मिलता है।