
कैसे तैयार की जाती थी ममी
पुरातन काल में, मिस्र में मरे हुए व्यक्तियों को लकड़ी या धातु के बने हुए कफन (सन्दूक) में रख दिया जाता था, जो सदियों तक खराब नहीं होते थे। ऐसे संदूकों को ‘ममी’ कहा जाता था। मृत शरीर को कई भागों में चीरकर उसके हृदय, मस्तिष्क तथा अन्य अवयवों को सूक्ष्म यंत्रों से निकाल दिया जाता था।
उसके बाद शरीर के आंतरिक भागों को कई दवाइयों एवं सुगंधित पदार्थों से साफ किया जाता था, धोया जाता था। फिर एक स्वच्छ महीन लंबे कपड़े में उस शरीर को लपेट दिया जाता था। चेहरे को पेंट करने के बाद उसे ऊपर से चित्रित भी कर दिया जाता था।
इस मृत शरीर अर्थात् ममी के चारों ओर राजा के महत्वपूर्ण कार्य एवं उसकी जीवनी को उनकी भाषा में अंकित कर दिया जाता था। हजारों वर्षों के पुराने राजाओं की उन ममियों और उस काल के इतिहास को सुरक्षित रखे हुए मिस्र के ये विशाल पिरामिड वास्तव में अद्भुत हैं।