
Gajab News Hindi-लाखों में बिकती है हिमालय की यह जड़ी,सड़क पर आया गैंडा, छिपकली के अंडे और बच्चे
लाखों में बिकती है हिमालय की यह जड़ी –साधारण सी लगने वाली यह जड़ी-बूटी बहुत कीमती है। ‘हिमालय स्वास्थ्यवर्द्धक’ के नाम से इसे जाना जाता है। इसका वैज्ञानिक नाम कोर्डिसेप्स साइनेसिस’ है। वैसे इसका नाम ‘यारसागंबू’ भी है। इसे कैटरपिलर फंगस नाम से भी जाना जाता है। सोने से भी ज्यादा होती है इसकी कीमत। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत 10 लाख सेलेकर60 लाख रुपए प्रति किलोग्राम है।
यह एक कीड़ा है,जो विशेष प्रकार के पौधे से रस निकालता है, फिर कीड़े के मरने के बाद पहाड़ियों के पास पौधों के बीच यह बिखर जाता है।यह किडनी और सांस की बीमारीआदिके इलाज में दवा के तौर पर इसका इस्तेमाल किया जाता है। इसे चाय व सूप में डालकर भी प्रयोग किया जाता है। पहले कई जगह इस पर प्रतिबंध लगा हुआ था, परंतु अब कोई पाबंदी नहीं है।
सड़क पर आया गैंडा –जंगली जानवर या तो जंगलों में होते हैं या उन्हें देखने तुम चिड़ियाघर जाते हो। इसी दौरान जब बाजार बंदथे,सड़कें सुनसान थीं, तब नेपाल में सड़क पर काफी देर तक एक गैंडा मजे से घूमता रहा। ऐसे में जो भी इनसान सड़क पर दिखा, गैंडे ने उसे दूर तक दौड़ाया।
क्या तुम जानते हो कि गैंडा इनसान को जान से भी मार सकता है। पर शुक्र है कि ‘चित्तवन नेशनल पार्क’ से निकलकर सड़क पर आए इस गैंडे के कारण किसी का कोई नुकसान नहीं हुआ।
छिपकली के अंडे और बच्चे –आज तक तुमने सुना होगा कि छिपकली अंडे देती है, फिर उनमें से बच्चे निकलते हैं। पर अब ‘साइफोस इक्वॉलिस’ प्रजाति की तीन पैरों वाली छिपकली की खोज ऑस्ट्रेलिया के एक विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने की है। इस छिपकली की विशेषता है कि यह अंडों के साथ बच्चों को भी जन्म दे सकती है।
यह अलग-अलग जलवायु में प्रजनन के अलग तरीकों पर भरोसा करती है। गरम इलाके में यह अंडे देती और ठंडे इलाके में बच्चों को जन्म देती है।