
डोपिंग टैस्ट क्या हैं-Doping test kya hai
Doping test kya hai- कई बार खिलाड़ी कुछ ऐसी दवाओं का सेवन करते हैं जिससे अपने प्रदर्शन को और सुधार सकें। लेकिन इसे अवैध माना जाता है और इसे जांचने के लिए जिस प्रणाली का प्रयोग किया जाता है उसी को डोपिंग टैस्ट कहते हैं|
इसकेtest लिए खिलाड़ी के मूत्र के नमूने लिए जाते हैं और उन्हें दो भागों में बांटा जाता है। फिर परीक्षण द्वारा यह देखा जाता है कि खिलाडी ने प्रतिबंधित दवाओं में से किसी का सेवन तो नहीं किया। वर्ल्ड एंटी डोपिंग एजेंसी ने ऐसी 200 दवाओं की सूची बना रखी है, जिसमें हर साल एक या दो दवाएं बदल जाती हैं।
मुख्य रूप से इनमें ऐनाबॉलिक स्टेरॉएड्स, डायोरैटिक्स, बीटा ब्लॉकर्स, स्टिमुलैंट्स और दर्द निवारक दवाएं हैं। अगर मूत्र परीक्षण से यह साबित होता है कि खिलाडी ने इनमें से कोई दवा ली है तो उसे अपील का एक मौका दिया जाता है। या तो वह अपनी गलती मान जाता है या फिर कहता है कि उसके दूसरे नमूने का भी परीक्षण किया जाए।
अगर इस परीक्षण से भी यह साबित होता है कि उसने दवा ली है तो उस पर दो साल के लिए प्रतिबंध लगा दिया जाता है। अगर खिलाड़ी दो साल बाद फिर ऐसा करे तो उस पर आजीवन प्रतिबंध लग जाता है।